Rizwan Ahmed (Saif) 04-09-2022 वो नौजवान लड़का फिर से उसी पेड़ के पास गया अनार तोड़ा और जूस निकाला अबकी बार लड़के ने बहुत ज़ोर लगाया बड़ी मुश्किल ...Read More
Rizwan Ahmed (Saif) 07 -14-2022 बड़ी सी दुनिया, बड़ी से दुनिया में करोड़ों लोग, करोड़ों लोगों की हज़ारों अलग अलग भाषाएँ (ज़बाने) हर किसी की अपनी अ...Read More
कहने लगे जीते बहुत पैसे आगये तेरे कोल,. जीतेन्द्र कहने लगे किया हुआ रफ़ी साहब, बोले तेरे मेरे कितने पैसे तय हुवे थे एक गाने के, जी चार हज़ार फ...Read More
Rizwan Ahmed (Saif) 06-06-2022 पहले अपने लिए जीने की थोड़ी से ख्वाहिश थी अब वो भी नहीं रही मेरे अपने सलामत रहें बस इसके सिवा दिल में कोई अब ज...Read More
Rizwan Ahmed (Saif) 09-05-2022 होंगी दुनिया भर की बुराई मुझमे कसम से मगर बेवफाई नही है ज़रा मुझमे कसम से दिल मेरा मोम की तरह कुछ इस तरह नरम ...Read More
Rizwan Ahmed (Saif) 01-03-22 एक जगह से हज़रत बहलोल गुज़र रहे थे उन्होंने देखा कुछ बच्चे अखरोट से खेल रहें हैं, एक बच्चा अकेला खड़ा रो रहा है, उ...Read More
Rizwan Ahmed 24-01-22 और उसने शोर मचा दिया आस पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए और चोर को पकड़ लिया, जब देखा तो मालूम हुवा चोर तो पडोसी निकला, उस वक़्त...Read More