musalman aur imtihan
Rizwan Ahmed (Saif) 11-05-2022
या खुदा अब और इम्तिहान ना डाल हमपे इस दौर में
हमारा तो मुसलमान होना ही इम्तिहान है इस दौर में
सारी दुनिया ही लगता है हमारी दुश्मन सी हो गई है
बहुत ही तकलीफ दे रही ये दुनिया हमें इस दौर में
कोई मस्जिदों से जलता है कोई हमारे मदरसों से है खफा
अज़ान देना भी मस्जिद में हो गया है दुश्वार हमें इस दौर में
तेरे नाम लेवा हैं तेरा नाम लेवा ही रहेंगे मौत तक
भले ही कोई बोटी बोटी कर दे हमारी इस दौर में
मौत कल को आनी है भले ही आज ही आ जाये
मगर तेरा नाम लेना ना छोड़ेंगे हम अब भी इस दौर में
या खुदा तू अपनी रहमत का साया हमपे हमेशा रखना
भले ही ये दुनिया हमपे लाख सितम ढाये इस दौर में
सदा ही ज़ुल्म होते रहें तेरे मानने वालों पर मेरे अल्लाह
ज़ुल्म का दौर आज भी बदस्तूर जारी है मौला इस दौर में
माना हम कुसूरवार हैं हमेशा तेरे हुक्मों को तोड़ा है
गैरों के इशारों पर चले तेरे लाडले हबीबﷺ के तरीकों को छोड़ा है
लेकिन सबसे बड़े गुनाह से हमने खुद को अब तक बचाया है
तेरा शरीक हमने किसी को नहीं किया इस शिरकियाने दौर में
Post a Comment