mohabbat kar ke chhodna

 


Rizwan Ahmed (Saif)



وقت بھرپائی نہ کر سکا جن کی 

لوگ ایسے بھی ہم نے کھوئے ہیں

वक़्त भरपाई ना कर सका जिनकी 

लोग ऐसे________भी हमने खोये हैं,

Waqt bharpai na kar saka jinki 

log aise bhi humne khoye hain,



زندگی______کی تلاش مے  
زندگی کو پیچھے چھوڑ آئے 

ज़िंदगी की_____तलाश में 
ज़िंदगी को पीछे छोड़ आये 

Zindgi ki_______talash mei 
zindgi ko pichhe chhod aaye,



नोट:  मेरी इस वक़्त अलग से कोई कमाई नहीं है  मैं तीन सालों से इस वेबसाइट को चला रहा हूँ मेहनत कर रहा हूँ इस वक़्त थोड़ा परेशानियों में चल हूँ रहा मेरा मेहनताना समझ कर मेरी  इस QR कोड को स्कैन करके मदद करें,  या फिर इस नंबर पर मदद करें 9910222746



मोहब्बत करके छोड़ना 



मोहब्बत कर के किसी को छोड़ना ये एक बहुत घटिया अमल है,
मोहब्बत करना गुनाह नहीं है क्योंकि अगर ऐसा होता तो अल्लाह कभी नहीं कहता के जिससे मोहब्बत करो उसी से निकाह भी करो,
क्योंकि मोहब्बत या तो होती है या नहीं होती, बीच का कोई रास्ता नहीं होता, अगर मोहब्बत करते हो तो उसे निकाह तक पहुचाओ, 
कुछ लोग अपनी मोहब्बत का मान रख कर उसे हलाल तक ले जाते हैं, और कुछ कमज़र्फ लोग ज़रा सी आज़माइश आते ही अपनी मोहब्बत को बीच रास्ते में ही लावारिस छोड़ देते हैं, ऐसे लोगों के लिए मोहब्बत हराम है, ऐसे लोगों को मोहब्बत करने का कोई हक़ ही नहीं,

जब किसी से मोहब्बत होती है ना तो ये नहीं कहा जाता के अल्लाह अगर वो मेरे लिए बेहतर है तो मुझे उससे नवाज़ दे, नहीं''''' बल्कि ये कहा जाता है के अल्लाह अगर वो मेरे हक़ में बेहतर नहीं भी है तो उसे मेरे हक़ में बेहतर लिख मुझे तो बस वही चाहिए,

फिर ऐसी मोहब्बत करने वाले नमाज़ों में रोते हैं अल्लाह से अपनी मोहब्बत को रो रो कर मांगते हैं, और ऐसी मोहब्बत होती हैं, वक़्त गुज़ारने को मोहब्बत नहीं कहते, 

अल्लाह आप सबको खुश रखे, आमीन           


موحبّت کر کے چھوڑنا 


کسی کو پیار کرنے کے بعد چھوڑ دینا بہت برا عمل ہے۔
محبت کرنا جرم نہیں کیونکہ اگر ایسا ہوتا تو اللہ کبھی نہ کہتا کہ جس سے محبت ہو اس سے شادی کرو۔
کیونکہ محبت یا تو ہوتی ہے یا نہیں ہوتی کوئی درمیانی راستہ نہیں ہے محبت ہو تو نکاح تک لے جاو
کچھ لوگ اپنی محبت کا احترام کرتے ہوئے اسے حلال کی طرف لے جاتے ہیں، اور کچھ کمزور لوگ تھوڑا سا امتحان آتے ہی اپنی محبت کو بیچ میں چھوڑ دیتے ہیں، ایسے لوگوں کے لیے محبت حرام ہے، ایسے لوگوں سے محبت کرنے کا کوئی حق نہیں،

جب کسی سے محبت ہو جائے تو یہ نہیں کہا جاتا کہ اللہ مجھے بھلا دے اگر وہ میرے لیے بہتر ہو تو نہیں، بلکہ یہ کہا جاتا ہے کہ اگر وہ میرے لیے بہتر نہ ہو تو اللہ میرے حق میں بہتر لکھ دے، مجھے بس یہی چاہیے ,

پھر ایسے پیار کرنے والے دعاؤں میں رو رو کر اللہ سے اپنی محبت مانگتے ہیں اور ایسی محبت ہو جاتی ہے وقت گزر جانے کو محبت نہیں کہتے

اللہ آپ سب کو خوش رکھے، آمین


Fall in love


It is a very bad act to leave someone after loving.
To love is not a crime, because if it were so, then Allah would never have said to marry the one whom you love.
Because love either happens or doesn't happen, there is no middle way, if you love then take it to Nikah,
Some people respect their love and take it to Halal, and some weak people leave their love unclaimed in the middle of the way as soon as a little test comes, for such people love is forbidden, to love such people no right,

When falling in love with someone, it is not said that Allah should bless me if he is better for me, no. Rather it is said that even if he is not better for me then Allah Write better in my favor, that's all I need,

Then those who love like this cry in prayers, they ask Allah for their love by crying, and such love happens, passing the time is not called love,

May Allah bless you all, Ameen


وو مکرنا_____چاہتا تھا  
ہر بات مقدر پے ڈال گیا 

वो मुकरना_______चाहता था 
हर बात मुक़द्दर पर डाल गया

Wo mukarna_______chahta tha 
har bat muqaddar par daal gaya 



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