hakeem luqman ki apne bete ko nasihat islamic

 


Rizwan Ahmed (Saif)

हकीम लुक़मान रहमतुल्लाह अलैहिस्सलाम एक ऐसी हस्ती हैं जिनके बारे में अल्लाह ने क़ुरान के २१वे पारे में एक पूरी सूरह उतारी है, 

हकीम लुक़मान रहमतुल्लाह अलैहिस्सलाम अपने बेटे को कुछ नसीहतें कर रह रहें और नसीहतें अल्लाह को इतनी पसंद आईं के क़ुरान में इनका ज़िक्र कर दिया,

हकीम लुक़मान रहमतुल्लाह अलैहिस्सलाम अपने बेटे से कह रहे हैं, 

ऐ प्यारे फ़रज़न्द बुराई की आग बुराई से नहीं बुझती, जिस तरह आग को पानी से बुझाया जाता है इसी तरह बुराई की आग को अच्छाई के पानी से बुझाया जाता है,   

Hakeem Luqman Rahmatullah Alaihissalam is saying to his son,

O dear son, the fire of evil is not extinguished by evil, just as fire is extinguished with water, similarly the fire of evil is extinguished with the water of goodness,


کسی انسان کی موت پر مت ہنسنا کسی مصیبت زدہ سے مذاق مت کرنا اچچھائی کو کبھی مت روکنا 

किसी इंसान की मौत पर खुश ना होना, किसी मुसीबतज़दा शख्श से मज़ाक मत करना 

और अच्छाई को कभी मत रोकना,

हकीम लुक़मान रहमतुल्लाह अलैहिस्सलाम:

Don't be happy on the death of a person, don't make fun of a person in trouble

And never withhold the good,



پیارے بیٹے ے تم جس دن سے شکم مادر سے باہر آئے ہو اس دن سے دنیا سے دور ہوتے جا رہے ہو اور آخرت کے قریب ہوتے جا رہے ہو لہذا تمھ چاہے کے پیش آنے والی چیزوں کی تیاری کرو

حکیم لقمان رحمتہ اللہ علیہ

प्यारे बेटे तुम जिस दिन से माँ के पेट से बाहर आये हो,  आहिस्ता आहिस्ता दुनिया से दूर हो रहे हो और आख़िरत के क़रीब पहुँच रहे हो, 

इस लिए तुम्हे चाहिए के पेश आने वाली चीज़ों की तैयारी करो,

हकीम लुक़मान रह:

Dear son, since the day you came out of your mother's womb, you are slowly moving away from this world and getting closer to the Hereafter,

Therefore you must prepare for the things to come,


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پیارے بیٹے، ایک احمق شخص کے لیے نصیحت سننا
ایک بوڑھے آدمی کے لیے پہاڑ چڑھنے جیسا مشکل ہے 
لقمان رحمتہ اللہ علیہ:

प्यारे बेटे बेवकूफ शख्श के लिए नसीहत का सुनना 
इतना ही मुश्किल है जितना बूढ़े शख्श के लिए पहाड़ 
चढ़ना 
हकीम लुक़मान रह:

Dear son, listening to advice for a stupid person
as hard as a mountain for an old man
climb
Hakeem luqman Ra:



اگر تم لوگوں پر ظلم کرنے کی طاقت رکھتے ہوں تو ہرگز ظلم نہ کرنا  
کیونکے خدا تم سے زیادہ طاقت رکھتا ہے انتقام لینے کی

अगर तुम लोगों पर ज़ुल्म करने की ताक़त रखते हो 
तो हरगिज़ ज़ुल्म ना करना, क्योंकि खुदा तुमसे ज्यादा 
इंतक़ाम लेने की ताक़त रखता है, 
हकीम लुक़मान रह:

if you have the power to oppress people
So don't do any wrong because God is more than you.
has the power to retaliate,
Hakim Luqman Rah:



اے بابا کی جان جان تجھ سے پہلے لوگوں نے 
مال جمع کیے تھے اپنی اولادوں کی خاطر
لیکن نہ اب مال باقی ہے نہ اولادیں باقی ہیں  
حقیم لقمان رہ:

ऐ बाबा की जान तुझसे पहले लोगों ने अपनी औलादों 
के लिए माल जमा किये थे, लेकिन आज ना माल बाकि है 
ना औलादें बाकि हैं, 
हकीम लुक़मान रह:

O Baba's life, before you people have sacrificed their children.
Had deposited goods for, but today no goods are left
No children left,
Hakim Luqman Rah:



اگر تم بچپن مے ادب سیکھ لو گے 
تو جوانی میں فائدہ حاصل کرو گے
حقیم لقمان رہ:

अगर तुम बचपन में अदब सीख लोगे तो 
जवानी में फायदा हांसिल करोगे, 
हकीम लुक़मान रह:

if you learn manners in childhood
You will gain advantage in youth,
Haqeem Luqman Rah:



اے میرے بیٹے اپنی بڑی سے بڑی نیکی کو بھی عظیم مت سمجھن
ا اور اپنے چھوٹے سے چھوٹے گناہ کو بھی حقیر مت سمجھنا 
حقیم لقمان رہ:

ऐ मेरे बेटे अपनी बड़ी से बड़ी नेकी को भी बड़ी मत समझना 
और अपने छोटे से छोटे गुनाह को भी मामूली मत समझना, 
हकीम लुक़मान रह:

O my son, don't consider your biggest good deeds too big.
And don't consider even your smallest crime as trivial,
Hakim Luqman Rah:

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