behtreen baten

कौन कब किसका कितना अपना है
ये वक़्त ही बताता है,
किसी की मोहताजी बड़ा अज़ाब है , बस अल्लाह ये अज़ाब किसी पे ना डाले, और सिर्फ अपना मोहताज़ रखे.!! अमीन

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