Qeemti Shayariyan

 

समझ नहीं आता ज़िन्दगी तेरा ये फैसला, 

एक तरफ कहती है सब्र का फल मीठा होता है,

दूसरी तरफ कहती है,

वक़्त किसी का इंतज़ार नहीं करता,

#रिज़वान 



बना ले खुद को मर्दे मोमिन बदल सकता है तू तकदीरें
कोई अंदाज़ा नही कर सकता फिर तेरे ज़ोर ए बाज़ू का.!!
(रिज़वान)

लोगों का बस चले तो कफन में जेब लगवा लें
मौत सच्चाई है वो सच्चाई को छिपा लें.!!
(रिज़वान)

वो आदम ए औलाद भी सीधा कब्र से उठ कर जन्नत में जाने की ख्वाहिश रखता है
जिसके बस में बिस्तर से उठकर मस्जिद तक जाना नही.!!!
(रिज़वान)


उसको आता है नियतों से नतीज़ों का निकालना
तू माथे पे सज़दे का निशान लेकर इतराता है.!!
(रिज़वान)



 हमारा दिल हमारी जान हो जाये तेरे हुक्म पे कुर्बान
हमे अपने रास्ते मे कुबूल करके अल्लाह पूरे करदे हमारे अरमान.!!
(रिज़वान)

इंसान एक ऐसा बेवकूफ प्लानर है जो अपनी सारी जिंदगी की प्लानिंग में मौत को शामिल नही करता.!!
(रिज़वान)










No comments

Powered by Blogger.