Neki Aur Gunah Hindi Shayari

और गुनाह करने की सोचते हो अगर तो सोच पर ही रोकलो
बुराई के फरिश्ते को मजीद ना लिखने की तकलीफ दो
थक चुका होगा वो लोगों की बुराइयाँ लिख लिख कर
नेकी का फरिश्ता खाली बैठा है थोड़ा उसको भी काम दो.!!
(रिज़वान)

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