keechad Uchalna Hindi Shayari

मेरी ज़ात पे कीचड़ उछालने वालों मेरा मशवरा सुनलो
तुम्हारे हाथ सन चुके हैं इन्हें अच्छे से धो लो .!!
(रिज़वान)

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