Jannat Mei Jane ki khwahish Hindi Shayari

वो आदम ए औलाद भी सीधा कब्र से उठ कर जन्नत में जाने की ख्वाहिश रखता है
जिसके बस में बिस्तर से उठकर मस्जिद तक जाना नही.!!!
(रिज़वान)

No comments

Powered by Blogger.