Insan Hindi Shayari

समझदार इतना है इंसान मंसूबा ए ज़िन्दगी में ज़िन्दगी को भूल जाता है
आती है हंसी उसकी समझदारी पे मौत से डरते डरते मौत को भूल जाता है.!!
(रिज़वान)

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