उमर ख़ालिद गिरफ्तार

 

उमर ख़ालिद दिल्ली दंगा मामले में 'साज़िशकर्ता' के तौर पर गिरफ्तार


रिज़वान अहमद 14 सितम्बर 2020 www.shayriwaliduniya.com
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दिल्ली दंगा मामले में जेएनयू के पूर्व छात्र नेता और 'यूनाइटेड अगेंस्ट हेट' के सह-संस्थापक उमर ख़ालिद को गिरफ्तार कर लिया गया है.

यूनाइटेड अगेंस्ट हेट के एक बयान के मुताबिक़, 11 घंटे चली पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर ख़ालिद को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के मामले में "साज़िशकर्ता" के तौर पर गिरफ्तार कर लिया.

यूनाइटेड अगेंस्ट हेट संस्था की वकील तमन्ना पंकज ने बीबीसी से बातचीत में उमर ख़ालिद की गिरफ्तारी की पुष्टी की है.

उमर ख़ालिद को मामले की मूल एफ़आईआर 59 में यूएपीए यानी ग़ैर-क़ानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.

https://twitter.com/sqrIlyas1/status/1305225467268608000

उमर ख़ालिद के पिता सैयद कासिम रसूल इलियास ने बताया, "स्पेशल सेल ने मेरे बेटे उमर ख़ालिद को रात 11 बजे गिरफ्तार किया. पुलिस उससे दोपहर 1 बजे से पूछताछ कर रही थी. उसे दिल्ली दंगा मामले में फंसाया गया है."

यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस दंगों की जांच की आढ़ में प्रदर्शनों का अपराधीकरण करने की कोशिश कर रही है. बयान में कहा गया है कि "डराने के इन तमाम तरीक़ों के बावजूद सीएए और यूएपीए के क्रूर क़ानूनों के ख़िलाफ़ लड़ाई जारी रहेगी."

संस्था ने मांग की है कि दिल्ली पुलिस हर तरह से उमर ख़ालिद की सुरक्षा सुनिश्चित करे.

उमर के समर्थन में लोग उतरे 

उमर ख़ालिद की गिरफ्तारी की ख़बर आते ही कई लोग उनके समर्थन में उतर आए और गिरफ्तारी का विरोध करने लगे.

कुछ देर में ही हज़ारों ट्वीट्स के साथ #standWithUmarKhalid ट्विटर पर सबसे ऊपर ट्रेंड करने लगा.

साथ ही अपूर्वानंद और हर्ष मंदर जैसी 12 हस्तियों ने एक साथ बयान जारी कर उमर ख़ालिद की गिरफ्तारी की निंदा की और उमर को उन साहसी युवा आवाज़ों में से एक बताया जो "देश के संवैधानिक मूल्यों के लिए बोलती हैं."

इस साझा बयान में कहा गया, "शांतिपूर्ण एंटी-सीएए प्रदर्शनों को निशाना बनाकर की गई दुर्भावनापूर्ण जांच के तहत उमर ख़ालिद को गिरफ्तार किया गया है. उनके ख़िलाफ़ यूएपीए, राजद्रोह और षड्यंत्र सहित कई आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है. गहरे दुख के साथ हमें ये कहने में कोई संदेह नहीं है कि ये जांच राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी 2020 में हुई हिंसा के बारे में नहीं है, बल्कि असंवैधानिक सीएए के ख़िलाफ़ देश भर में पूरी तरह से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीक़े से हुए प्रदर्शनों को लेकर है. उमर ख़ालिद उन हज़ारों आवाज़ों में से एक हैं जिन्होंने ख़ास तौर पर शांतिपूर्ण, अहिंसक और लोकतांत्रिक तरीक़ों को ध्यान में रखते हुए देश भर में हुए सीएए-विरोधी प्रदर्शनों में संविधान के पक्ष में बात की."

इस बयान में ये भी कहा गया, "दिल्ली पुलिस की ओर से हिंसा की साजिश के कई संगीन मामलों में उमर ख़ालिद को फंसाने की बार-बार की गई कोशिशें उनकी असहमति की आवाज़ को दबाने का एक बड़ा प्रयास है. ये बहुत महत्वपूर्ण है कि गिरफ्तार किए गए 20 लोगों में से 19 की उम्र 31 साल से कम है. जिनमें से 17 पर कठोर यूएपीए क़ानून की धाराएं लगाई गई हैं और दिल्ली हिंसा की साजिश रचने के आरोप में कैद कर लिया गया है, जबकि जिन्होंने सच में हिंसा भड़काई और उसमें शामिल रहे, उन्हें छुआ तक नहीं गया है. कैद किए गए लोगों में पांच महिलाएं और एक को छोड़कर सभी छात्र हैं. हम उमर ख़ालिद और अन्य युवा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं."

रिज़वान अहमद बीबीसी के हवाले से 

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