charcha shayari
charcha hindi shayari
एक शाम हुई उनसे फ़क़त आम सी बातें और शहर में है चर्चा ज़रा और किस्म का।
एक शाम हुई उनसे फ़क़त आम सी बातें और शहर में है चर्चा ज़रा और किस्म का।
रंग बोल उठेंगे चेहरे के उससे मेरी बात करके देखना।
मुझे अहसास हो गया है के तुम्हे कभी अहसास नही होगा।।
हमख्याल अगर हमसफर हो तो ज़िन्दगी आसान हो जाती है।।
हम सा हौंसला दिलबर कहाँ जो तुझे हार कर मुस्कुराए.!!
मैं तुम्हे ऐसे ढूंढता हूँ जैसे लोग ढूंढते हैं सुकून को।।
तुम मोहब्बत को खेल कहते हो हमने बर्बाद ज़िन्दगी कर ली।।।
तेरे क़रीब आ के बड़ी उलझनों में हूं - अहमद फ़राज़ Rizwan Ahmed 06-Jan-2021 तेरे क़रीब आ के बड़ी उलझनों में …