mohabbat kiya kroge tum

 


  • मोहब्बत कर नहीं सकते अदावत किया करोगे तुम ?
  • हमारी बेवफाई की शिकायत किया करोगे तुम ?

  • मेरे शिकवों ने सींचा था मेरे दिल के बगीचे को 
  • उसे ठुकरा दिया तुमने सखावत किया करोगे तुम?

  • तुम्हे चाहिए ऊंची हवेली रेशमी कपडे 
  • मैं इक मज़दूर हूँ मुझसे मोहब्बत किया करोगे तुम?

  • हकीकत तो ये है इक बीमारी-ए-मोहब्बत से 
  • निगाहें फेर लेते हो अयादत किया करोगे तुम?

  • तुम्हारा था तुम्हारा हूँ तुम्हारा ही रहूँगा मैं 
  • ना हो मेरी यादो से तुमको फ़राग़त किया करोगे तुम?

  • मुक़द्दर किस दिन चमगा मेरा देखना काविश 
  • सभी कुछ खो दिया तुमने इनायत किया करोगे तुम?
  •  
मोहम्मद हसीन काविश (मुंबई)
 


مجھے کچھ اور نہیں چاہتے زمانے سے 

اسکے سوا کے تم صرف میرے بن کے رہو .

मुझे कुछ और नही चाहये ज़माने से

इसके सिवा के तुम सिर्फ मेरे बन के रहो

Mujhe kuch nahi chahye zamane se

Iske sivaa ke tum sirf mere ban ke raho

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خاموشی کو رکھیں گے اب انداز بیاں اپنا 
نہ کچھ بولیں گے نہ کسی کو ناگوار گزرے گا 

ख़ामोशी को रखेंगे अब अंदाज़-ए-बयां अपना 
ना कुछ बोलेंगे ना किसी को नागवार गुज़रेगा  

Khamshi ko rakhenge ab andaz-e-bayan apna 
naa kuch bolenge naa kisi ko nagawar guzrega,


چند لمحوں کا بولا تھا پھر لوٹا ہی نہیں 
میرے چہرے پے اداسی کو سجانے والا 

चंद लम्हों का बोला था फिर लौटा ही नही
मेरे चेहरे पे उदासी को सजाने वाला.!

Chand lamho ka bola tha phir lauta hi nahi 
Mere chehre pe udasi ko sajane wala,


آج کل لوگ دعاؤں میں کم 
اور چغلیوں میں جیادہ یاد کرتے ہیں

आज कल लोग दुआओं में कम और 
चुगलियों में ज्यादा याद रखते हैं, 

Aaj kal log duaon me kam 
chugliyon mein jyada yad rakhte hain 



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