zameen aur aasman

 Rizwan Ahmed 13/09/21


ज़मीन और आसमान की बहस 




आसमां इतरा कर कहने लगे खुदा का नूर मुझमें भरा हुवा है 

ज़मीं लहरा कर कहने लगी ये जलवे मुझमे भी कम नहीं हैं 


आसमां कहने लगा हुस्न-ए-खुदा है मेरी फ़िज़ाओं में 

ज़मीं मुस्करा कर कहने लगी खुदा मौजूद है मेरी हवाओं में 


आसमां कहने लगा मेरी घटाएं तुझे घटाती हैं 

ज़मीं कहने लगी खुदा की क़ुदरत मुझने झुकना सिखाती है 


आसमां कहने  लगा मेरे सूरज की किरणे तुझपे पड़ती हैं 

ज़मीं ने जवाब दिया मेरी आहें तेरा दामन पकड़ती हैं 


सितारों से चमकता है मेरा दामन कहते हुवे आसमां मुस्कराया 

फूलों की खुशबू से महकता है मेरा गुलशन कहते हुवे ज़मीं खिलखिलाई 


तेरे फूलों के ऊपर मेरी शबनम है कहते हुवे आसमां जोश में आया 

खुदा के डर से मेरी आँखें पुरनम कहते हुवे जमीं भी लहराई 


आसमां कहने लगा हुस्न तो देखो ज़रा मेरी कहकशाओं का 

ज़मीं भी कहाँ पीछे थी बोली देखो ज़रा दर्द मेरी दास्तानों का 


शम्मा रोशन हमेशा मेरी चाँद करता है आसमां का था ये कहना 

रौशनी मुझको भी हरदम मेरा ईमान देता है ज़मीं का था ये फ़साना


गुस्साए आसमान ने कह डाला तेरा सीना गुनहगारों के गुनाहों से भरा है 

मुस्करा कर ज़मीं भी बोल उठी मेरे गुनाहों पर खुदा रहम करता है 


आसमां कहने लगा सज़दों की आदत है मेरे ऊपर फरिस्तों को 

ज़मीं कहने लगी मेरे ऊपर इबादत के लिए मस्जिदें हैं 


मेरी आगोश में खुशनुमा जन्नत है फलक कहने लगा 

मोहम्मद   की उम्मत मुझपे है ज़मीं का था ये कहना 


मेरे कौसर पर छाई रहती है हमेशा मस्ती आसमां ने कहा 

मेरे सीने पे आबे जम ज़म है ज़मीन बोल उठी 


मेरा सीना नूर से मामूर है हर दम आसमां का था कहना 

मेरे सीने के ऊपर तूर-ए-सीना है ज़मीन भी कह गई 


आसमां कहने लगा मुझपे हर वक़्त माबूद की रहमत है 

ज़मीन भी बोल उठी के मुझपे बैतूल मुक़द्दस है 


तेरे ऊपर मेरी अज़मत का गुम्बद है फलक कह कर चहचाया 

मेरे क़ाबे के अंदर संग-ए-अस्वद है ज़मीं कह कर मुस्कुराई 


आसमां ने कह डाला फरिश्तों ने सजाई है मेरे ऊपर महफ़िल 

ज़मीं ने भी कह दिया रसूलों की सावरियां आई हैं मेरे ऊपर  


आसमाँ ने कहा के मैंने लोह कुर्सी और कलम पाए 

ज़मीं कहने लगी मेरे ऊपर मोहम्मद  ﷺ के क़दम आये 


मेरा अर्श जलवों का सफीना है आसमां ने कहा 

मेरे ऊपर शहर-ए-मदीना है ज़मीन ने भी ये कहा 


फिर किया था आसमान की बोलती ब्नद 

सुब्हान अल्लाह  

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